
सिंघिया प्रखंड के पश्चिमी जिला परिषद क्षेत्र संख्या 45 के भावी उम्मीदवार अर्चना कुमारी बहुत पढ़े-लिखे रहने के बावजूद दलित महादलित लोगों को अपमानित करने का काम की है
सिंघिया प्रखंड के पश्चिमी जिला परिषद क्षेत्र संख्या 45 के भावी उम्मीदवार अर्चना कुमारी बहुत पढ़े-लिखे रहने के बावजूद दलित महादलित लोगों को अपमानित करने का काम की है
बिहार के समस्तीपुर जिले के सिंघिया प्रखंड के जहांगीरपुर पंचायत के अंतर्गत लगमा ग्राम के निवासी अर्चना कुमारी ने बहुत पढ़ी-लिखी महिला होने के बावजूद दलित महादलित लोगों को अपमानित करने का काम की है जिसे हम आप लोगों को दिखा रहे हैं कि वे एक न्यूज़ वाले को इंटरव्यू दे रही है उस दरमियान प्रतिबंधित शब्द बोलकर दलित महादलित लोगों को अपमानित करने का काम की है जिसे कई लोगों ने न्यूज़ के माध्यम से देखा और सुना है मैं भी न्यूज़ के माध्यम से ही देखा कई दलित महादलित लोगों ने मुझे भी इस मामले पर जानकारी देकर खेद व्यक्त किया है।चुकी माननीय न्यायालय के द्वारा ही उस शब्द को बोलने पर प्रतिबंध लगाए हुए हैं उस शब्द के बदले अनुसूचित जाति बोल सकते हैं ऐसे शब्द पर तो माननीय न्यायालय ने तो स्वतः संज्ञान लेकर मुकदमा भी दर्ज कर सकते हैं। इसलिए दलित महादलित समुदाय के लोग उनके भाषण को सुनकर और खुद खेद व्यक्त कर मर्माहत है।वे लोग बताया की जिला परिषद उप चुनाव में अर्चना कुमारी के द्वारा हम लोगों को अपमानित किया गया है , जब वह चुनाव जीतने से पहले ऐसे अपमानित कर रही है तो चुनाव जीतने के बाद क्या सम्मान करेगी कहना मुश्किल है। एक कहावत है कि यदि मालिक खाना नहीं दे और प्रेम से बातें करेगा तो पेट भर जाएगा तथा खाना खिला कर गाली दे देगा तो सारा खाना अपच हो जाएगा वही हाल लग रहा है भाभी उम्मीदवार अर्चना कुमारी की बड़े ओहदे पद पर रहकर बहुत रुपया कमा ली है इसलिए इस तरह का शब्द बोल रही है।