
विद्यापति में तरुण सांस्कृतिक चेतना समिति द्वारा कवि सम्मेलन का आयोजन*
*समस्तीपुर : विद्यापति में तरुण सांस्कृतिक चेतना समिति द्वारा कवि सम्मेलन का आयोजन*
समस्तीपुर जिला के विद्यापतिनगर में उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय मऊ शेरपुर में कवि सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया । जिसे सुनकर श्रोता दिन भर गुदगुदाते रहे । बेगूसराय से आए पत्रकार सह साहित्यकार मिन्टू कुमार झा की रचना लगता फागुन आया है , फिर बुढ़वा बौराया है,सुबह सुबह बुढ़िया से फुसुर फुसुर बतिआया है जमकर तालियां बटोरी ।
सीताराम शेरपुरी की रचना चर्चा है गांव गांव यारों संसद में कांव कांव यारों की श्रोताओं ने जमकर प्रशंसा किया । पश्चिम बंगाल से शिरकत किए विजय ईश्वर की पंक्ति पसरल छै अन्हार देश में , निशाचरक सरकार देश में वही पूसा विश्वविद्यालय से आए कवि डॉ. सुनील चंपारणी ने कहा कि इस दुनिया में सर्वोत्तम कृति है कविता, जीवन की आन बान शान है कविता श्रोताओं को भावविभोर कर दिया । डॉ. सच्चिदानंद पाठक की रचना मुर्दा जड़य भाय नै जड़य जिलेबी के चुल्हा जड़य के चाही। कवयित्री प्रीति प्रियदर्शनी की रचना स्वाबलंबन की तपती रेगिस्तान में उम्मीद एक छांव है खूब वाहवाही लूटी. मौके पर ईश्वर करूण, अमित मिश्रा, श्री रमन चौधरी , सुमन कुमार मिश्र,सुबोध शेरपुरी ,श्रीराम राय,संगीता चौरसिया , डा.एस.एन.झा, शिव कुमार सुमन,डॉ.प्रेमचंद्र मिश्र, ज्वाला सांध्य पुष्प, वशिष्ठ राय बशिष्ट, कुशेश्वर सिंह, अमिय कश्यप सहित दर्जनों साहित्यकारों ने अपनी प्रस्तुति दिया । स्वागत भाषण सुशांत चंद्र मिश्र एवं स्वागत गान शिवानी संगम , सोनाक्षी एवं आरती ने संयुक्त रूप से किया ।