♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

आंदोलन और क्रांति से सत्ता बदली जा सकती है व्यवस्था नहीं, व्यवस्था परिवर्तन के लिए पदयात्रा कर रहे हैं: प्रशांत किशोर

*आंदोलन और क्रांति से सत्ता बदली जा सकती है व्यवस्था नहीं, व्यवस्था परिवर्तन के लिए पदयात्रा कर रहे हैं: प्रशांत किशोर*

जन सुराज पदयात्रा के दौरान वैशाली के चेहराकला प्रखंड में पदयात्रा शिविर में प्रशांत किशोर ने स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जन सुराज अभियान ना तो सामाजिक आंदोलन है और ना ही समाज में क्रांति लाने का अभियान है। लोगों का मानना है कि समाज में व्यवस्था परिवर्तन के लिए आंदोलन और क्रांति की ज़रूरत होती है लेकिन मेरा आंदोलन और क्रांति में कोई विश्वास नहीं है। दुनिया भर में मानव सभ्यता के इतिहास को ध्यान से देखा जाए तो ये पता चलेगा कि आंदोलन और क्रांति से किसी भी समाज की स्थिति नहीं सुधरी है। आंदोलन और क्रांति से बड़े से बड़े शासक को सत्ता से हटा सकते हैं लेकिन नई व्यवस्था नहीं बना सकते। आंदोलन और क्रांति तेज हथियार की तरह है तेज़ हथियार से बड़े से बड़े पेड़ को काटा जा सकता है लेकिन तेज़ हथियार से छोटे पौधे को बड़ा पेड़ नहीं बनाया जा सकता हैं। बिहार में जेपी आंदोलन हुआ तो उससे इंदिरा गांधी की सरकार चली गई, लेकिन उससे देश की व्यवस्था नहीं बदली।


व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

[responsive-slider id=1811]

जवाब जरूर दे 

आप अपने सहर के वर्तमान बिधायक के कार्यों से कितना संतुष्ट है ?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Close
Close
Website Design By BootAlpha.com +91 84482 65129