



मनुष्य की वास्तविक पूँजी धन नहीं विचार है मनः
मनुष्य की वास्तविक पूँजी धन नहीं विचार है मनःस्थिति बदले,तब परिस्थिति बदले जो कार्य उपाय से किया जा सकता है वह पराक्रम से नही किया जा सकता विचारों की शक्ति अकूत है विचार ही संसार पर शाशन करते है मनुष्य नहीं लोगों के बारे मे कम जिज्ञासु रहिये और विचारों के सम्बन्ध में ज्यादा विचार संसार मे सबसे घातक हथियार है किस तरह विचार संसार को बदलते है यही इतिहास है विचारों की गति ही सौन्दर्य है ग़लतियाँ मत ढूंढे उपाय ढूंढो जब तक आप ढूंढते रहेंगे,समाधान मिलते रहेंगे जीवन में असफल वही होता है जो हालात से निराश होकर हार मान लेता है लेकिन जो बार-बार प्रयास करते है,वहीं सफल होते है जीवन में समस्याओं का आना-जाना लगा रहता है बड़े लक्ष्य हासिल करना है तो प्रयास में कमी न होने दें अच्छे व्यक़्ति अवश्य बने लेकिन,इसे साबित करने मे अपना कीमती समय नष्ट न करें लोग आईना कभी भी ना देखते अगर आईने में चित्र की जगह चरित्र दिखाई देता जब दुनिया कहती है की अब कुछ नहीं हो सकता,वही सही समय होता है कुछ कर दिखाने का एक अच्छा व्यक्ति जब संबंध निभाना बंद कर दे तो समझ लेना चाहिए कि उसके स्वाभिमान को कहीं ना कहीं बहुत गहरी ठेस पहुँची है जैसे हमारी रचना अगरबती इतनी सुगंध फैलाती है तो हम रचयिता जहां है वहां का वातावरण कितना सुगंधित कर सकते जब तक हम स्वयं को व्यर्थ से मुक्त होने की शिक्षा नहीं दिलाएंगे तब तक हम विजय के असली शिखर पर नहीं पहुंच सकेंगे चरित्र पवित्र रखे फिर चाहे दुनिया 𝙎𝙘𝙧𝙚𝙚𝙣𝙨𝙝𝙤𝙩 का हो या 𝘾𝙖𝙡𝙡 𝙍𝙚𝙘𝙤𝙧𝙙𝙞𝙣𝙜 का क्या फर्क पड़ता है!🌹भोर- स्नेहाभिनंदन🌹