मांस खाने की वजह से लैंडस्लाइड..’, बयान देने वाले IIT मंडी डायरेक्टर ने एक दिन पहले ही लिया था 72 छात्रों पर एक्शन
आईआईटी मंडी के डायरेक्टर लक्ष्मीधर बहेरा अपने एक बयान की वजह से सुर्खियां बटोर रहे हैं. हिमाचल प्रदेश में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा को लेकर उन्होंने कहा कि लोग मांस खाते हैं इसलिए हमारे यहां लैंडस्लाइड होती है. उन्होंने अपने छात्रों से मांस ना खाने की कसम भी दिलवाई है, जिसके बाद से ही वह चर्चा में बने हुए हैं.
इतना ही नहीं लक्ष्मीधर बहेरा ने हाल ही में अपने कैंपस के कुछ छात्रों पर रैगिंग के आरोप में एक्शन भी लिया था. जानकारी के मुताबिक, आईआईटी मंडी में बीटेक के स्टूडेंट पर फ्रेशर्स की रैगिंग लेने का आरोप लगा था. इस मामले में कैंपस से 10 छात्रों को सस्पेंड किया गया था, जबकि 62 अन्य छात्रों पर एक्शन लिया गया था.
डायरेक्टर लक्ष्मीधर बहेरा ने छात्रों को वॉर्निंग दी थी कि वो किसी भी तरह से रैगिंग जैसी गतिविधियों से दूर रहें. कैंपस में फ्रैशर मिक्सर इवेंट के दौरान बीटेक के सीनियर स्टूडेंट्स ने फर्स्ट ईयर स्टूडेंट की रैगिंग ली थी. इसके बाद कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी ने मामले की जांच की थी और 72 छात्रों पर एक्शन लिया गया था.
‘मांस खाने से आती है लैंडस्लाइड’ लक्ष्मीधर बहेरा का इस बीच एक बयान चर्चा में है, उन्होंने छात्रों से अपील करते हुए कहा था कि हमें जानवरों को नहीं मारना चाहिए. लक्ष्मीधर बहेरा का कहना था कि हिमाचल प्रदेश में काफी नुकसान होगा, अगर हम ऐसा करेंगे. हम आज निर्दोष जानवरों की हत्या कर रहे हैं, हमारा ये अधिकार नहीं है. क्योंकि लोग मांस खा रहे हैं, इसकी वजह से लैंडस्लाइड हो रही है, बादल फट रहे हैं और राज्य में इस तरह की प्राकृतिक आपदा आ रही है.
लक्ष्मीधर बहेरा ने यहां छात्रों को संबोधित करते हुए उनसे शपथ दिलवाई कि वो मांस-मछली का सेवन नहीं करेंगे. सोशल मीडिया पर आईआईटी मंडी का बयान वायरल हो रहा है और लोग इसपर काफी चर्चा कर रहे हैं. बता दें कि हाल ही में हिमाचल प्रदेश में बारिश, बाढ़ और लैंडस्लाइड की कई घटनाएं हुई थीं जिसकी वजह से काफी तबाही हुई थी.