यूपी-बिहार के बॉर्डर पर चल रहा धर्म परिवर्तन का खेल, झाड़-फूंक के जरिए बना रहे शिकार
बिहार के पश्चिम चंपारण जिला के बगहा में यूपी सीमा पर स्थित गंडक पार मधुबनी दहवा प्रखंड क्षेत्र के धनहा से सटे गोबरहिया में झाड़-फूंक की आड़ में बड़े पैमाने पर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है. हालांकि, प्रशासनिक स्तर पर अभी इसकी पुष्टि नहीं कि जा रही है, लेकिन स्थानीय अधिकारी इसे जांच का विषय बता रहे हैं.
दरअसल, धनहा थाना क्षेत्र के गोबरहिया में लोगों की भारी भीड़ उत्तर प्रदेश और बिहार के विभिन्न क्षेत्रों से यहां जुट रही है. रविवार और गुरुवार को धर्म की पाठशाला लगाकर लोगों के झाड़ फूंक किये जा रहे हैं, जिसका वीडियो भी वायरल हो रहा है. आरोप है कि इसी आड़ में धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है. जहां गरीब गुरबा लोगों को बहला-फुसलाकर मोटी रकम देकर झाड़-फूंक करने के नाम पर धर्म परिवर्तन करा दिया जा रहा है.
5 अक्टूबर, 2023 दिन गुरुवार को भी सभा लगाई गई, जिसमें आए गरीब लोगों से 500 से 1000 रुपए की फीस वसूल की गई जो पहले भी की जाती रही है. धनहा थाना पुलिस या मधुबनी दहवा प्रशासन इससे बेखबर है. जानकारी के मुताबिक, धर्म परिवर्तन कराने वाली संस्था के द्वारा मलाईदार भोजन कराई जा रही है. लंबे समय से यह व्यवसाय यहां फल फूल रहा है. इससे पूर्व उत्तर प्रदेश के एक गांव में यह संचालित होता था, लेकिन वहां की पुलिस द्वारा कार्रवाई करने के बाद यह दुकान अब बिहार के सीमावर्ती क्षेत्र गोबरहिया में बिना रोक-टोक के खोल दी गई है.
बहरहाल, यह तो जांच का विषय है कि आखिर इस वैज्ञानिक युग में अंधविश्वास का खेल झाड़ फूंक के नाम पर बीमारी का इलाज़ किया जा रहा है या धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है. लिहाजा स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है लोग एकजुट होकर इसके विरुद्ध आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं. नेता और धार्मिक कार्यकर्ता इस पर रोक लगाने के साथ साथ जांच कर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. लोग कह रहे हैं कि अगर समय रहते इसपर रोक नहीं लगाई गई तो स्थिति भयावह हो सकती है.
इस मामले में मधुबनी दहवा के बीडीओ राजेश भूषण ने बताया कि स्थानीय प्रशासन के स्तर से कोई अनुमति नहीं दी गई है. इसके लिए SDM बगहा सीओ और थानाध्यक्ष के अनुमोदन NOC मिलने पर अनुमति देते हैं, जिसकी जानकारी उन्हें नहीं है. हालांकि, डीएम को सूचना दिए जाने का स्थानीय मजिस्ट्रेट और BDO दावा जरूर कर रहे हैं जिसके आधार पर आलाधिकारियों या पुलिस द्वारा जांच करवाया जाएगा. BDO ने आगे बताया कि कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है बल्कि उन्हें जनप्रतिनिधियों और धार्मिक कार्यकर्ताओं द्वारा सूचना दी गई है, लिहाजा अभी कोई कार्रवाई की जानकारी उन्हें नहीं है.