



महिला की शादी और एक बच्चे के बाद भी प्रेमी को नहीं छोड़ा
बिहार के बेगूसराय जिले में देखने को मिल रहा है. जहां प्रेमी जोड़े के बीच पिछले तीन वर्षों से प्रेम प्रसंग चल रहा था, लेकिन परिवार वालों ने जाति विभेद के कारण लड़की की शादी कहीं अन्य जगह करवा दी. युवती की शादी कहीं और होने के बाद भी दोनों के प्यार में कोई कमी नहीं आई और दोनों आशिक छुप-छुपकर एक दूसरे से मिलते रहे. इसी क्रम में बीते रात लोगों ने दोनों को मेला में एक साथ घूमते हुए देख लिया और फिर दोनों प्रेमी जोड़े को पकड़ लिया. लोगों ने दोनों प्रेमी जोड़े का हाथ-पैर बांधकर एक साथ बंधक बनाकर जमकर पिटाई कर दी. फिर बाद में दोनों प्रेमी जोड़े की ससुराल पक्ष और मायके पक्ष के सामने शादी करवा दी गई. अब एक तरफ जहां यह शादी आम लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है, तो वहीं वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोग तरह-तरह के कमेंट भी कर रहे हैं. दोनों प्रेमी जोड़े की शादी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, स्थानीय मुखिया के घर पर प्रेमी जोड़े की शादी करवाई गई है. ना बैंड ना बजा बस पंचायत के सामने दोनों की शादी हुई है.
क्या है पूरा मामला?
यह घटना बेगूसराय जिले के लाखों थाना क्षेत्र के पतला टोल लखनपुर की है, जहां हरे राम साह की पुत्री अर्पणा कुमारी 3 वर्ष पूर्व अमित कुमार पासवान नामक युवक से प्रेम करती थी, लेकिन अर्पणा कुमारी साह समाज से थी. वहीं, अमित कुमार पासवान समाज से था और अंतरजातीय होने की वजह से परिजनों ने दोनों के प्यार को सफल नहीं होने दिया, लेकिन इस बीच इन दोनों का प्यार और परवान चढ़ता रहा. दोनों एक दूसरे से छुप-छुप कर मिलते और बात करते रहे. इस दौरान अर्पणा कुमारी को एक पुत्र भी हुआ. इसके बाद परिवार के भरण पोषण के लिए अपर्णा का पति चंदन साह प्रदेश में मजदूरी करने चला गया. वहीं, अर्पणा कुमारी का प्रेमी अमित कुमार भी बेगूसराय के एक होटल में मजदूरी का काम करता था और छुप-छुपकर दोनों मिलते रहे. बीते रात मेला देखने के दौरान दोनों में एक दूसरे से मोबाइल पर संपर्क किया और मेले में मिलने की बात पक्की हो गई, लेकिन वहां पर लोगों ने दोनों को छुप कर मिलते देख लिया और फिर ले जाकर दोनों को अलग-अलग कमरे में बंद कर दिया. फिर दोनों के परिजनों को इसकी सूचना दी.
वहीं, सूचना मिलते ही दोनों के परिजन मौके पर पहुंचे, लेकिन स्थानीय लोगों के द्वारा प्रेमी-प्रेमिका के साथ मारपीट की गई. इस दौरान दोनों प्रेमी-प्रेमिका ने एक दूसरे को बचाने का भी प्रयास किया. दोनों के प्रेम को देखकर फिल्म लैला मजनू का गाना लोगों की जुबान पर अनायास ही आ गया कि हुस्न हाजिर है मोहब्बत की सजा पाने को, कोई पत्थर से ना मारे मेरे दीवाने को. बाद में दोनों के परिजनों ने जब अलग-अलग प्रेमी-प्रेमिका से पूछताछ की तो दोनों ने एक दूसरे के साथ ही जीने मरने की बात कही. तब लड़की के सास की सहमति से और लड़के के माता-पिता की सहमति से स्थानीय मुखिया के दरवाजे पर ही दोनों की शादी करवा दी गई. एक तरफ जहां इस शादी के सैकड़ों लोग गवाह बने. वहीं, मुखिया का दरवाजा दोनों के लिए शादी का मंडप बना. अब एक तरफ जहां दोनों प्रेमी-प्रेमिका एक दूसरे के साथ जीने-मरने की कसमें खा रहे थे. वहीं, वायरल होने के बाद यह शादी अब हर जुबान पर चर्चा का विषय बना हुआ है.