



सारण से अजब-गजब मामला सामने आया
बिहार के सारण से अजब-गजब मामला सामने आया है. यहां एक दूल्हा स्टेज पर वरमाला लेकर खड़ा था. दुल्हन आती कि इससे पहले ही किसी ने वहां कुछ ऐसा कह दिया कि दूल्हा नाराज हो गया. वो स्टेज से उतरा और बिना शादी किए चला गया. बाद में मामला थाने पहुंचा तो पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद फिर से दोनों को मिलाया. अपनी मौजूदगी में शादी करा दी गई.
मामला भेल्दी थाना क्षेत्र के हकमा बिन टोली गांव का है. यहां दो चचेरी बहनों की शादी के लिए बारात धूमधाम से आई पहुंची थी. गाजे-बाजे के साथ शादी की रस्में अदा करने के लिए पूरा गांव और समाज तैयार था. पंडित जी से लेकर रिश्तेदार और संबंधी अपने-अपने काम में लगे हुए थे. आरा जिले से आई एक बारात में जयमाला की रस्म हो रही थी. वहीं, दूसरी ओर डोरीगंज के जलालपुर बिंद टोली से हरेंद्र प्रसाद के पुत्र धीरज कुमार की शादी हकमा बिंद टोली निवासी बाहरण प्रसाद की पुत्री सुगंती उर्फ आरती से होने वाली थी.
द्वार पूजा और जयमाला की रस्म की शुरुआत हो चुकी थी. दूल्हा स्टेज पर बैठा दुल्हन के आने का इंतजार कर रहा था. तभी किसी ने अफवाह उड़ा दी कि धीरज की होने वाली पत्नी आरती मंदबुद्धि है और उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. यह बात बारात में इस तरह फैल गई कि माहौल ही बदल गया. लड़की वाले जयमाला की पूरी तैयारी कर चुके थे और लड़की को दरवाजे तक लाया जा रहा था, लेकिन तभी दूल्हा स्टेज से उतरकर बारात की तरफ बढ़ने लगा. बारात में मौजूद कुछ बुद्धिजीवी यह समझ ही नहीं पाए कि अचानक क्या हो गया. जिस दरवाजे पर बैंड बज रहा था और जयमाला की तैयारी चल रही थी, वहां लोग उठकर क्यों भागने लगे.
दूसरी ओर आरती की चचेरी बहन की जयमाला चल रही थी, जिससे लड़की वाले व्यस्त थे. जब आरती के स्वजनों को जानकारी मिली कि दूल्हा और उसके परिवार के लोग कुर्सी छोड़कर अपनी गाड़ी की ओर बढ़ रहे हैं, तब तक कुछ बाराती गाड़ी में बैठकर अपने गांव डोरीगंज की ओर निकल गए. घटना शुक्रवार की है और तभी किसी ने तत्काल इसकी सूचना भेल्दी थाना अध्यक्ष संदीप कुमार को दे दी. एकाएक पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच के बाद बारात पक्ष के आधा दर्जन लोगों को थाने ले आई.
थाने पहुंचे दूल्हे वाले
शनिवार की सुबह जब लड़का पक्ष को पता चला कि उनके रिश्तेदार पुलिस की कस्टडी में है, तो वे भागे-भागे थाने पहुंचे. वहां थाना परिसर में पुलिसकर्मियों और दोनों पक्षों के जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में पंचायती हुई. लड़का पक्ष ने बताया कि उन्हें लड़की के मानसिक अस्वस्थ होने की जानकारी मिली है, इसीलिए वे शादी नहीं करना चाहते. तब जनप्रतिनिधियों ने आरती से सबके सामने बात कराई. आरती ने पूरे आत्मविश्वास के साथ अपनी बात रखी, जिससे साफ हो गया कि वह पढ़ी-लिखी और समझदार है और अफवाह झूठी निकली.
पुलिस ने करवाई शादी
ऐसे में लड़के वालों को अपनी गलती का अहसास हुआ और इसके बाद समाज के लोगों के आग्रह पर बारात को दोबारा हकमा गांव लाया गया. इस बार बारातियों में पुलिसकर्मी और जनप्रतिनिधि भी शामिल थे. गांव में विधिवत मंडप सजाया गया जहां लोगों की भारी भीड़ जुटी हुई थी और महिलाओं ने वैवाहिक गीत गाकर पूरे माहौल को बदल दिया. जिस परिवार में कुछ देर पहले गम का माहौल था, वह अचानक खुशियों में बदल गया. शनिवार को पूरी रीति-रिवाज के साथ धीरज और आरती की शादी सम्पन्न हुई.