



गोली से घायल लड़की आयात की इलाज के दौरान मौत
समस्तीपुर। शुक्रवार को जिले के मथुरापुर थाना क्षेत्र के नूरगंज गांव में गोली लगने से एक लड़की घायल हो गई थी, जिसका पटना स्थित वेदांता हॉस्पिटल में उपचार चल रहा था जहां उपचार के दौरान रविवार को मौत हो गई। मृत लड़की की पहचान कटिहार जिला में कार्यरत इंस्पेक्टर इकबाल अहमद खान की 13 वर्षीय पुत्री आयात खातून के तौर पर हुई है। बताया जाता है कि आज से बीस दिन पूर्व नूरगंज स्थित कब्रिस्तान की बाउंड्री तोड़ने एवं नाजायज तरीके से जमीन कब्जे करने को लेकर नूरगंज निवासी बादशाह पिता स्व आफताब अहमद खां के द्वारा हर तरह का हाटकंडा अपनाया जा रहा था जिसको लेकर गांव के लोगों में बादशाह खां के प्रति आक्रोश देखा जा रहा था। बादशाह खां उर्फ मुन्ना खां अपना दबंगई भी दिखा रहा था उसका कहना था कि जो भी मेरे बीच आएगा या मेरा विरोध करेगा उसे हम नहीं छोड़ेंगे। उक्त गांव के ही पूर्व मुखिया अब्दुस समद खां एवं इजहार अहमद खां गांव वाले का साथ दे रहे थे, इसी आक्रोश में शुक्रवार के दिन जुमा के नमाज के बाद पूर्व मुखिया समद खां एवं इजहार अहमद खां को जान मारने की नियत से अपना लाइसेंसी बंदूक अपने घर से मंगवाया इसी समय उनके परिजन के द्वारा बंदूक छीना झपटी में बंदूक का बटन दब गया और गोली चल गई, गोली समद खां को तो नहीं लगी परंतु बादशाह के रिश्ते की नतनी को पैर में लग गई। घायल लड़की को आनन फानन में इलाज के सदर अस्पताल में उपचार हुआ उसके बाद शहर के कृष्णा हॉस्पिटल में उपचार कराया गया। वहां के डॉक्टर ने बेहतर उपचार के लिए पटना रेफर कर दिया था जहां आज लड़की ने अपने जिंदगी की आखिरी सांस ली। बहरहाल लाइसेंसी बंदूक से गोली चलने को लेकर मथुरापुर थाना के थाना अध्यक्ष मुकेश कुमार पुलिस ने बादशाह खां एवं उनके पुत्र अल्तमस खान को गिरफ्तार कर बीते दिन जेल भेज चुके हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि नाहक में आज लड़की की मौत हो गई। वैसे किसी प्रकार का और घटना घटित न हो उसके लिए वारिसनगर थाना, मथुरापुर थाना, खानपुर थाना एवं 112 की टीम नूरगंज गांव में गस्त कर रही है और गांव में शांति का माहौल कायम है। खबर लिखे जाने तक लड़की का शव नूरगंज गांव में नहीं आया था।