बिहार सरकार ने पूर्वी चंपारण जिले के जिला योजना पदाधिकारी स्वामीनाथ मांझी को जबरिया रिटायर कर दिया
बिहार सरकार द्वारा पूर्वी चंपारण जिले के जिला योजना पदाधिकारी स्वामीनाथ मांझी को जबरिया रिटायर कर दिया गया है. स्वामीनाथ मांझी पर महिलाकर्मी से अश्लील बातें करने और गंदी बात करने की कोशिश करने का आरोप लगा था. आरोप साबित होने पर पहले उन्हें निलंबित किया गया था अब उन्हें अनिवार्य सेवानिवृति दी गई है. मोतिहारी के DPO पर जिला निबंधन सह परामर्श केंद्र की महिलाकर्मी ने आरोप लगाया था कि डीपीओ मांझी महिलाकर्मी के साथ अश्लील व्यवहार करते थे. वह चेंबर में बुलाकर उनके साथ गंदा काम करना चाहते थे. महिलाओं की गरिमा के खिलाफ भाषा का इस्तेमाल करते थे.
महिलाकर्मी के आरोप जांच में सही पाए गए तो उन्हें निलंबित कर दिया गया और अब मंगलवार को नीतीश सरकार की कैबिनेट बैठक में स्वामीनाथ मांझी को अनिवार्य सेवानिवृति देने का फैसला लिया गया है. अनिवार्य सेवानिवृति देने का फैसला लिया. इसके साथ ही नरकटियागंज बीडीओ राघवेंद्र कुमार त्रिपाठी को भ्रष्टाचार और पद का दुरुपयोग करने के आरोप साबित होने पर जबरन रिटायरमेंट दी गई है.
मांझी को मिला था आरोपों पर जवाब देने का मौका
28 फरवरी 2022 को स्वामीनाथ मांझी के खिलाफ महिला कर्मी के साथ अभद्र व गंदा व्यवहार करने, अपशब्द बोलने और कार्य स्थल पर महिला उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगने के बाद की गई जांच में आरोप सही पाए जाने पर निलंबित कर दिया गया था. साथ ही उनसे आरोपों पर जवाब तलब किया गया था. उनके जवाब से असंतुष्ट होने के बाद नीतीश कैबिनेट ने उन्हें निवार्य सेवानिवृति देने का फैसला लिया है.