जी-20 में तैयार हुआ चीन की तबाही का प्लान, सरकारी कंपनियों में आया पैसों का तूफान
भारत, अमेरिका, यूरोपीय यूनियन, सऊदी अरब और संयुक्त राज्य अमीरात ने मिलकर चीन की तबाही का सामान तैयार करने की प्लानिंग कर ली है. जी हां, ये तमाम देश मिलकर एक ऐसा रेल और समुद्री कॉरिडोर तैयार करने जा रहे हैं, जोकि चीन के वन बेल्ट वन रोड के जवाब में कहीं बेहतर होगा. जिसका असर चीन की इकोनॉमी पर भी देखने को मिल सकता है. इस डील के बाद सोमवार को रेलवे स्टॉक्स ने रफ्तार पकड़ी हुई है. इंडियन रेलवे से जुड़ी सरकारी और गैर सरकारी कंपनियों के शेयरों में 2 से 15 फीसदी की तेजी देखने को मिल रही है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर रेलवे स्टॉक्स निवेशकों को किस तरह से कमाई करा रहे हैं.
जी20 शिखर सम्मेलन में रेल और समुद्री कॉरिडोर की डील पर साइल होने के बाद रेलवे शेयरों में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है. पीएसयू रेल स्टॉक इरकॉन इंटरनेशनल के स्टॉक में सोमवार को 20 फीसदी तक का उछाल देखने को मिला है और कंपनी का शेयर 52-सप्ताह के नए हाई पर पहुंचकर 159.25 रुपये पर आ गया है. इरकॉन के शेयर ने पहले ही निवेशकों को 6 महीने में 100 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दे दिया है. आंकड़ों पर बात करें तो मौजूदा समय में कंपनी का शेयर 15 फीसदी से ज्यादा की तेजी के साथ 154.05 रुपये पर कारोबार कर रहा है.
हालांकि मजबूत सरकारी ऑर्डर बुक और रेलवे मॉर्डनाइजेशन प्रोग्राम के कारण रेल शेयरों में तेजी आ रही है, लेकिन आज की खरीदारी का श्रेय जी20 शिखर सम्मेलन नई दिल्ली में मिडिल ईस्ट, साउथ एशिया और यूरोप के देशों को जोड़ने वाले शिपिंग और रेल परिवहन कॉरिडोर की शनिवार की घोषणा को दिया जा रहा है. नए कोरिडॉर की घोषणा से अमेरिका, भारत, सऊदी अरब और खाड़ी और अरब राज्यों और यूरोपीय यूनियन को जोड़ने वाला रेल और शिपिंग कनेक्टिविटी नेटवर्क तैयार होगा. इस योजना का उद्देश्य संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, जॉर्डन और इज़राइल से होते हुए भारत से यूरोप तक फैले रेलवे मार्गों और बंदरगाह लिंकेज को इंटिग्रेट करना है.