मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 16 अक्टूबर को करेंगे सवेरा कैंसर अस्पताल में विकिरण विभाग का उद्घाटन
बिहार के सबसे बड़े कैंसर अस्पताल सवेरा कैंसर हॉस्पिटल में अब कैंसर इलाज के लिये रेडिएशन ऑनकोलॉजी की सेवाएँ शुरू हो चुकी है। इसका विधिवत उद्घाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार सोमवार 16 अक्टूबर को करेंगे।
इस बात की जानकारी देश के प्रसिद्ध कैंसर विशेषज्ञ व सवेरा कैंसर हॉस्पिटल के एम.डी डॉ वी पी सिंह ने अस्पताल परिसर में आयोजित प्रेस वार्ता सम्मेलन में दी। उन्होंने मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की पूरी जानकारी विस्तृत रूप से दी।
डॉ वी पी सिंह ने कैंसर के विषय मे बताते हुए कहा कि
कैंसर रोग का इलाज मूलतः तीन विधियों मेडिकल ऑंकोलोजी, सर्जिकल ओंकोलॉजी और रेडिएशन ओंकोलॉजी द्वारा किया जाता है। अब पटना के सवेरा कैंसर अस्पताल में रेडिएशन की सुविधा भी उपलब्ध हो गई है जिससे कैंसर रोग संबंधित किसी प्रकार के इलाज के लिए मरीज़ों को एक ही छत के नीचे अत्याधुनिक से अत्याधुनिक सुविधा का लाभ मिलेगा।
वाइटल बीम (वर्जन -3) रेडियेशन तकनिक की अत्याधुनिक मशीन है जो कि अधिकतम प्रकार के कैंसरों के इलाज के लिए सक्षम है। यह मशीन वेरियन कंपनी की है, जो कि इस क्षेत्र की अग्रणी कंपनियों में आती है। इस मशीन के द्वारा, 3DCRT, IMRT, IGRT, SBRT और SRS जैसी कई प्रकार की तकनीकों से इलाज संभव है और यह पूरे बिहार में सिर्फ सवेरा कैन्सर हॉस्पिटल, पटना में उपलब्ध है। इस प्रकार हमारे बिहार झारखंड व यूपी के मरीजों को इलाज के लिए बाहर दूसरे राज्यों में जाने की आवश्यकता नहीं है। मरीज़ के जिस अंग का रेडिएशन करना होता है, शरीर के उस हिस्से का साँचा तैयार किया जाता है, ताकि वह स्थान बिलकुल स्थिर हो जाय। उस सांचे को पहनाकर एक स्कैन किया जाता है। मरीज़ के पुराने MRI, CT, PET CT के साथ रेडिएशन के स्कैन को मिलाकर किया जाता है, और इस प्रकार रेडिएशन की प्लानिंग करके रेडिएशन की प्रक्रिया पूरी की जाती है। रेडियेशन की प्रकिया के दौरान किसी प्रकार का दर्द, ठंडा, गर्म नहीं महसूस होता है एवं इसके दुष्प्रभाव अस्थायी होते हैं। यह कैंसर के इलाज का एक कारगर तरीका है।
डॉ वीपी सिंह में आगे कहा रेडिएशन थेरेपी (जिसे विकिरण चिकित्सा भी कहा जाता है) एक कैंसर उपचार है जिसमें कैंसर कोशिकाओं को मारने और ट्यूमर को सिकोड़ने के लिए विकिरण की हाई डोज का उपयोग करता है। इसका लक्ष्य स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाए बिना कैंसर को नष्ट या क्षति पहुंचाना है।
कैंसर की बीमारी में शुरुआती लक्षणो को नज़रअंदाज़ नहीं करने की सलाह दी जाती है ख़ासकर स्तन कैंसर के मामले में महिलाओं को शरीर के गाँठों के प्रति सजग रहते हुए साल में कमसे कम एक बार सम्पूर्ण स्क्रीनिंग करनी चाहिए। विशेषज्ञों का मानना है कि मेमोग्राफ के द्वारा स्तन कैन्सर को शुरुआती दिनों में ही डिटेक्ट किये जा सकने में मदद मिल सकती है।
कैंसर इलाज के दौरान कई बार मरीज़ को विकिरण अर्थात् रेडिएशन तकनीक की ज़रूरत पड़ती है। मरीज़ों को उचित इलाज के लिए महँगे शहरों का रुख़ करना पड़ता रहा है। अब सवेरा में यह सुविधा उपलब्ध हो जाने से कैंसर के मरीज़ों को बाहर जाने की निर्भरता कम होगी।
सवेरा कैंसर अस्पताल मरीज़ों को बेहतर और विश्वस्तरीय चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए कृतसंकल्पित है। सवेरा कैंसर अस्पताल प्रबंधन का मानना है कि कैंसर के रोकथाम के लिए जनजागरण एवं जनजागरूकता बेहतर विकल्प हैं। समय समय पर सवेरा अस्पताल की कई मुहिम कैंसर के जंग में जीत के संदेश को समाज के साथ साझा करता आया है।
कैंसर का इलाज कई बार खर्चीला हो जाता है। इलाज में पैसा बाधा ना बने, इसके लिए सवेरा अस्पताल में विभिन्न सरकारी स्वास्थ सुविधाओं का लाभ अपने मरीज़ों तक पहुँचाने की चेष्टा करता है। विभिन्न कॉर्पोरेट TPA कैशलेस कार्ड, ई एस आई के सुविधाओं के साथ ही अस्पताल मुख्यमंत्री चिकित्सा सुविधा एवं आयुष्मान भारत योजना से सूचीबद्ध अस्पताल है। मौके पर डॉ अमृता,डॉ अनिता,डॉ अविनाश पांडे इत्यादि मौजूद रहें।