तुलसी की सेवा कार्तिक मास में करने से घर में बनी रहेगी बरकत
सनातन धर्म में तुलसी का विशेष महत्व है. बता दें कि तुलसी के पौधे को वैसे भी हर घर में पूजा जाता है. तुलसी वास्तु दोषों को दूर करने के साथ कई तरह के ज्योतिष उपायों और पूजा पाठ में भी काम आता है. किसी भी पूजा पाठ को तुलसी के बिना अधूरा माना जाता है. इसके साथ ही आपको बता दें कि केवल शिव जी की पूजा में ही तुलसी के दल का प्रयोग नहीं किया जाता है. वहीं इसके साथ ही आपको बता दें कि तुलसी में कई औषधीय गुण भी पाए जाते हैं. वैसे तुलसी की पूजा का विधान सनातन संस्कृति में हमेशा से रहा है.
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे का जितना महत्व है उतना ही महत्व कार्तिक के महीने का भी है. इसे साल का सबसे पवित्र महीना माना जाता है. ऐसे में कार्तिक के महीने में तुलसी की पूजा और इसके उपाय आपके घर में बरकत ला देंगे. हिंदू कलैंडर के अनुसार यह साल का 8वां महीना है.
कार्तिक के महीने की शुरुआत 29 अक्टूबर को हो रही है. यह रविवार का दिन होगा. 27 नवंबर को कार्तिक महीने का समापन होगा जिस दिन सोमवार होगा. ऐसे में माता लक्ष्मी और भगवान श्री हरि नारायण को प्रसन्न करने के लिए यह महीना सबसे बेहतर माना गया है. इस माह में तुलसी की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है. शास्त्रों की मानें तो कार्तिक के महीने में तुलसी के पौधे के पास सुबह और शाम दीप प्रज्वलित करना चाहिए. यह घर में सकारात्मकता ऊर्जा भरता है.
कार्तिक मास में तुलसी के पास तांबे के बर्तन में जल भरकर रखना चाहिए. यह घर में व्याप्त बीमारी को दूर करता है और परिवार के लोगों का स्वास्थ्य उत्तम होता है. इसके साथ ही तुलसी के पौधे के पास आपको सुबह शाम गाय की घी का दीपक जलाना चाहिए और साथ ही पूरे महीने तुलसी चालिसा का भी पाठ करना चाहिए. इससे घर में सुख, समृद्धि और शांति का वास होता है.
तुलसी के पत्ते और चंदन को मिलाकर उसका लेप तैयार करें और उसका तिलक इस दौरान रोज माथे पर लगाएं ऐसा करने से शारीरिक रोग दूर होते हैं. साथ ही मन शांत रहता है. कार्तिक माह के पहले दिन तुलसी के जड़ को गंगाजल से धोकर घर के मुख्य दरवाजे पर लटका दें फिर हर शुक्रवार को जड़ को बदलते रहें ऐसा करने से घर में सकारात्मकता बढ़ेगी. वहीं तुलसी के पत्ते, जड़ या मंजरी को लाल कपड़े में लपेटकर तिजोरी में इस दौरान रखने से धन वृद्धि होगी.