



शहीद दिनेश शर्मा ने आखिरी बार अपने दोस्त को फोन किया था
पहलगाम हमले के बाद, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ (Operation Sindoor). भारतीय सेना ने पाकिस्तान और PoK में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. इसके बाद पाकिस्तान ने LoC पर सीजफायर का उल्लंघन करते हुए गोलाबारी की. इस दौरान, पुंछ में इंडियन आर्मी के 5 FD रेजिमेंट के लांस नायक दिनेश कुमार शर्मा (Martyr Dinesh Sharma) शहीद हो गए. वो हरियाणा के पलवल जिले के मोहम्मदपुर गांव के रहने वाले थे.
शहीद दिनेश शर्मा के पिता दयाचंद शर्मा ने बताया कि दिनेश पांच भाइयों में सबसे बड़े थे. उनके दो और भाई भी सेना में हैं. उनके चचेरे भाई मुकेश भी सेना की मेडिकल विंग में हैं. उन्होंने बताया कि दिनेश सेना की आर्टिलरी डिवीजन 5 मीडियम में तैनात थे. वो दुश्मन सैनिकों की ओर से की गई फायरिंग से जख्मी हो गए थे. इलाज के दौरान वो शहीद हो गए.
घटना से दो दिन पहले, दिनेश शर्मा और उनके छोटे भाई पुष्पेंद्र के बीच बातचीत हुई थी. उन्होंने परिवार के लोगों के बारे में पूछा था.
“फोन आया, उठा नहीं पाया, वापस फोन किया तो…”
दिनेश के दोस्त प्रदीप ने बताया, 6 मई की रात को करीब 10:30 दिनेश से उनकी बात हुई थी. प्रदीप ने कहा,
उन्होंने बताया कि वो मिशन जा रहे हैं. जैसा भी होगा बताएंगे… इसके बाद सुबह में करीब 4 बजे फिर से फोन आया लेकिन मैं उठा नहीं पाया. फिर वापस फोन किया तो बस हैलो सुना और फोन कट गया. फिर सुबह करीब 7 बजे फोन किया और पूछा, ‘और सर कैसे हैं.’ उधर से किसी ने बताया कि दिनेश के गर्दन पर चोट लगी है. उनका इलाज चल रहा है. बाद में उनके शहीद होने की खबर आई.
पाकिस्तान के सीज़फायर उल्लंघन में आज आम नागरिकों को भी जान गंवानी पड़ी. जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में अलग-अलग हिस्सों में 4 मासूमों की मौत हो गई. जान गंवाने वालों में 14 साल के अयान और 12 साल की अरूबा भी शामिल हैं. दोनों भाई-बहन थे. ये पुंछ जिले के कलानी गांव के रहने वाले थे. इसके अलावा मरने वालों में 7 साल की मरियम खातून और 13 साल के विहान भार्गव शामिल हैं.
शहीद दिनेश शर्मा के दो और भाई भी सेना में हैं. उनके चचेरे भाई मुकेश भी सेना की मेडिकल विंग में हैं. उन्होंने बताया कि दिनेश सेना की आर्टिलरी डिवीजन 5 मीडियम में तैनात थे. भारत की एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की तरफ से होेने वाली गोलाबारी में दिनेश शहीद हुए हैं.