



यूपी की छात्राओं को आने वाले समय में फ्री में स्कूटी मिल सकती है
उत्तर प्रदेश की लड़कियों को शिक्षा कि दिशा में आगे बढ़ने के लिए कई तरह से काम कर रही है. इसी के तहत यूपी की योगी सरकार छात्राओं व युवतियों स्कूटी देकर उनको पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करने वाली है. सरकार ग्रेजुएशन में अच्छे नंबर लाने वाली छात्राओं को फ्री में स्कूटी देगी. सरकार की ओर से छात्राओं को स्कूटर देने की योजना की घोषणा प्रदेश के बजट में भी की गई थी.
शिक्षा विभाग तैयारी में जुटा
इन नियमों के तहत ग्रेजुएशन के पहले साल में अच्छे अंक लाने वाली छात्राओं को स्कूटर दिया जाएगा, जिससे आगे की पढ़ाई में उनको आवागमन में कोई दिक्कत न हो.इसे लेकर उच्च शिक्षा विभाग अब नियमावली तैयार करने में जुट गया है.
उच्च क्लास की छात्राओं के लिए प्रोत्साहन योजना
पहले प्राथमिक और माध्यमिक क्लास की छात्रों को प्रोत्साहन दिया जाता रहा है. बजट के आवंटन में भी इन्ही पर फोकस होता था. अब बड़ी क्लास की छात्राओं को आगे बढ़ने के लिए सरकार पूरी तरह से प्रयासरत है. बड़ी क्लासों की युवतियों को अच्छे नंबर लाने के लिए प्रेरित किया जाने का प्रयास है. गर्ल्स स्टूडेंट्स को प्रोत्साहित करने के लिए स्कूटर देने का नियम बनाया जा रहा है. जिससे ज्यादा से ज्यादा छात्राएं उच्चशिक्षित हों और उनमें शिक्षा को लेकर प्रतिस्पर्धा बढे़गी तो गुणवत्ता बढे़.
कितनी रकम खर्च होगी
प्रदेश सरकार की स्कूटर योजना में 400 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसे लेकर उत्तर प्रदेश के बजट में प्रावधान किया गया है. हालांकि प्रदेश में उच्च शिक्षा के बुनियादी ढांचे को सशक्त करने के लिए प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान योजना के तहत 600 करोड़ रुपए की व्यवस्था प्रस्तावित की गई है.
ये भी रखना होगा ध्यान
यूपी में हाईस्कूल पास करने की न्यूनतम उम्र सीमा 14 साल है, जबकि इंटरमीडिएट की 16 साल है. उत्तर प्रदेश में ड्राईविंग लाईसेंस बनवाने की उम्र सीमा सामान्य ड्राइविंग लाइसेंस के लिए न्यूनतम 18 वर्ष लेकिन 50 सीसी से कम क्षमता वाले दोपहिया वाहनों के लिए 16 वर्ष निर्धारित है. इस लिहाज से भी स्नातक छात्राओं को स्कूटर देने के नियम बनाए जा रहे हैं.