PM Modi on Rakshabandhan: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर आने वाले रक्षाबंधन परर्व पर बीजेपी नेता मुस्लिम महिलाओं के बीच रक्षाबंधन का पर्व मनाएंगे। भाजपा और एनडीए के दलों के सांसद व नेता मुस्लिम महिलाओं से राखी बंधवाएंगे। मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक के दर्द से छुटकारा दिलाने वाले पीएम मोदी ने अब भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को सीधे उनसे जुड़ने का मंत्र दिया है। बीजेपी और एनडीए सांसदों के साथ मोदी बैठक कर रहे हैं। बीते दिनों उन्होंने जब पहली बैठक की, तो उसमें मुस्लिम महिलाओं के बारे में अपने सांसदों को एक अहम निर्देश दिया।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार पीएम मोदी ने बीजेपी और घटक दलों के सांसदों से कहा कि वे मुस्लिम महिलाओं के पास जाएं और उनके साथ रक्षाबंधन का फेस्टिवल सेलिब्रेट करें। सूत्रों के मुताबिक बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि बीजेपी और राजग के सांसद मुस्लिम महिलाओं के साथ रक्षाबंधन का त्योहार बनाएं। मुस्लिम महिलाओं से राखी बंधवाने से होने वाली कौमी एकता की मिसाल के संदर्भ में पीएम मोदी ने यह निर्देश दिए हैं। सोमवार को पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा के सांसदों संग मोदी ने बैठक में ये बात कही है।
पीएम मोदी ने अपने निर्देश में सभी सांसदों से यह भी कहा है कि वे समाज के हर वर्ग के साथ जुड़ें। पीएम मोदी का यह निर्देश सबका साथ, सबका विश्वास, सबका विकास और सबका प्रयास के ध्येय के रूप में नजर आता है।
बिना भेदभाव हर तबके के लिए काम करने का संकल्प
पीएम मोदी ने 2014 में जब पहली बार सरकार बनाई थी, तभी से लगातार वो कहते रहे हैं कि उनकी सरकार और बीजेपी की राज्य सरकारें बिना भेदभाव समाज के सभी तबकों के लिए काम करेंगी। मोदी ने बीजेपी की राज्य सरकारों और अपनी केंद्र सरकार की तमाम योजनाएं समाज के सभी वर्गों को दिलाई भी हैं। पसमांदा समाज से दानिश अंसारी को मोदी ने यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री भी बनाया है।
‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने किया था महिलाओं की हजयात्रा का जिक्र
पीएम मोदी ने हाल ही में ‘मन की बात’ कार्यक्रम में ने भारत की मुस्लिम महिलाओं की हज यात्रा का भी जिक्र किया। पीएम ने इस बार की हज यात्रा को इस मायने में खास बताया था कि 4,000 से अधिक ऐसी महिलाएं मेहरम (पुरुष अभिभावक) के बिना वार्षिक तीर्थयात्रा पर गईं थीं। ‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने भारत की मुस्लिम महिलाओं द्वारा अपने पुरुष माता-पिता या संरक्षक के बिना हज यात्रा को ‘बहुत बड़ा परिवर्तन’ बताया था। उधर, प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें मुस्लिम महिलाओं से कई पत्र मिले हैं, जिसमें उन्होंने इस साल हज के अपने अनुभव साझा किए।