नीतीश जी तो पीएम का सपना देख वोट बैंक समझ दूसरे राज्य के लोगो को शिक्षक बना तो दिया…..लेकिन वे लोग..
कांग्रेस सुप्रीमो राहुल गांधी को पूर्व में एक मामले में कोर्ट के द्वारा अयोग्य कर चुनाव लडने से वंचित और सदस्यता रद्द पर आदेश दे दिए थे की बिहार के राजनीति में एक उछाल आने लगा वही राजद के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बिहार के कमान को अपने कब्जे में लेने के उद्देश्य से बिहार के सीएम नीतीश कुमार को महागठबंधन का भावी पीएम उम्मीदवार बना कर कई जगह जाकर छोटे छोटे क्षत्रिय पार्टी को एक जुट में जोड़ने लगे। यहां तक कर दिया की बिहार में दूसरे राज्य के लोगो को सरकारी नौकरी में छूट देकर बिहार में शिक्षक बनाने का काम कर दिया।जिससे बिहार के बेरोजगारों का हकमारी हो गया चुकी अभी भी दूसरे राज्य में बिहार के शिक्षित लोगो को नौकरी करना असम्भव है ये लोग शिक्षक नहीं बन सकते है।चुकी नीतीश जी ने जो सोचकर किया वह प्लानिंग फेल हो गया एक तरफ तो माननीय न्यायलय के द्वारा राहुल गांधी को बड़ी कर दिया गया जिससे नीतीश जी पीएम का उम्मीदवार नही रहे।साथ ही जिस लोभ से वे बिहार से बाहर के लोगो को शिक्षक बनाया वे लोग भी बोल रहा है की पीएम के लिए नरेंद्र मोदी से अच्छा कोई है ही नही ।वही बिहार के शिक्षित बेरोजगार लोग भी सीएम नीतीश से खफा हो गया है ।