दिल्ली पुलिस ने आरोपी पार्थ सारथी उर्फ चैत्यानंद सरस्वती को पटियाला हाउस कोर्ट में रविवार को पेश किया. जहां से कोर्ट ने आरोपी को 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. 17 छात्राओं का यौन शोषण करने का आरोपी चैतन्यानंद सरस्वती को दिल्ली पुलिस ने उत्तर प्रदेश के आगरा से शनिवार रात गिरफ्तार किया. आरोप लगने के बाद चैतन्यानंद सरस्वती फरार चल रहा था. दिल्ली पुलिस ने धरपकड़ के लिए एक टीम बनाई थी. गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस आगरा पहुंची और सरस्वती को गिरफ्तार किया. आगरा में वह एक होटल में ठहरा हुआ था.
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई को बताया, “सरस्वती को पकड़ने के लिए कई टीम गठित की गई थीं सूचना के आधार पर ह.मने आगरा के ताजगंज इलाके के एक होटल में उसका पता लगाया और रविवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे उसे वहीं से पकड़ लिया.” प्राथमिकी दर्ज होने के बाद वह चार अगस्त को दिल्ली से फरार हो गया था.
https://x.com/ANI/status/1972267820269687141?t=bl1n36KANWY4hgMZSjGz2Q&s=19
आगरा के होटल कर्मचारियों के अनुसार, चैतन्यानंद सरस्वती ने 27 सितंबर को शाम करीब चार बजे ‘पार्थ सारथी’ नाम से होटल में प्रवेश लिया और उसे कमरा नंबर 101 दिया गया था. कर्मचारियों ने दावा किया, ‘‘वह पूरी रात कमरे में ही रहा.’’
आरोपी चैतन्यानंद सरस्वती के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के अनुसार वह छात्राओं को देर रात उसके कमरे में आने के लिए मजबूर करता था और उन्हें आपत्तिजनक संदेश भेजता था. जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि आरोपी अलग-अलग नामों और पहचानों से बैंक खाते से लेन देन करता था और उसने प्राथमिकी दर्ज होने के बाद उन खातों से 50 लाख रुपये से अधिक की राशि निकाली थी.
पुलिस को चैतन्यानंद सरस्वती के पास से कुछ फर्जी विजिटिंग कार्ड भी मिले हैं, जिनमें उसे संयुक्त राष्ट्र और ‘ब्रिक्स’ से जुड़ा हुआ दिखाया गया है. ‘ब्रिक्स’ पांच उभरती अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों का एक संगठन है जिसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं.
