CM नीतीश ने प्रवासी बिहारियों को दिया बड़ा तोहफा ! अब छठ-दिवाली पर घर आना होगा आसान, पढ़ें पूरी जानकारी

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बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रवासी बिहारियों को बड़ा तोहफा दिया है। कई सालों से अपने घर लौटने की समस्या और परेशानी झेल रहे लोगों को बड़ी राहत मिली है। दरअसल सीएम ने त्योहारों के दौरान यात्रियों के लिए बस सेवा उपलब्ध कराएगी। इससे अब छठ, दिवाली और दुर्गा पूजा के दौरान बिहार लौटने वालों को ज़्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। वहीं महंगे बस टिकट और टिकटों की कमी की समस्या भी काफी हद तक दूर हो जाएगी। बिहार सरकार पीपीपी मोड पर अंतरराज्यीय बस परिवहन सेवा शुरू करने जा रही है।

घर लौटने वालों की समस्या का होगा समाधान :

आपको बता दें कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान समेत कई राज्यों से बड़ी संख्या लोग त्योहार पर अपने – अपने घर आते हैं। जिसके कारन ट्रेनों और बसों में बिहार आने वाले लोगों की भीड़ बढ़ जाती है। जिससे लोगों को यात्रा में काफ़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है। अब इस समस्या का समाधान बिहार सरकार ने कर दिया है। इसके लिए सरकार बिहार से अन्य राज्यों के लिए जल्द ही अंतरराज्यीय बस सर्विस शुरू करने जा रही है।

सरकार बस संचालकों को अनुदान देगी :

अंतरराज्यीय बस परिवहन सेवाएँ प्रदान करने वाले निजी बस संचालकों को प्रोत्साहित करने के लिए, पीक सीज़न में 150 रुपये प्रति सीट और ऑफ सीज़न में 300 रुपये प्रति सीट का अनुदान दिया जाएगा। इसके लिए बिहार राज्य पथ परिवहन निगम और निजी संचालकों के बीच पाँच साल का अनुबंध किया गया है। इससे अन्य राज्यों से बिहार आने वाली बसों की संख्या और कनेक्टिविटी बढ़ेगी।

36 करोड़ रुपये होंगे खर्च :

इस योजना पर अगले 5 वर्षों के दौरान करीब 36 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके साथ ही योजना के सफल संचालन के लिए 2 प्रतिशत यानी करीब 71 लाख रुपये आकस्मिक मद में भी उपलब्ध करायी जाएगी। इस योजना पर वित्तीय वर्ष 2025-26 में बिहार आकस्मिक निधि से करीब 7 करोड़ 27 लाख 6 हज़ार रुपये खर्च होने का अनुमान है। वहीं बस संचालकों को प्रति सीट 150 से 300 रुपये का अनुदान देगी।

त्योहारों के दौरान यात्रा होगी आसान :

सरकार का मानना है कि इस योजना से न केवल त्योहारों के दौरान बिहार लौटने वाले प्रवासी यात्रियों को सुगम और सुचारू परिवहन सुविधा मिलेगी, बल्कि किराए में भी स्थिरता आएगी। यात्री संगठनों ने इस फैसले की सराहना की है। उम्मीद है कि इस बार छठ और दुर्गा पूजा के दौरान बस टिकटों की कमी और अधिक किराए की समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी।

Kaushal kumar
Author: Kaushal kumar

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