पिरामिड के आकार के प्राचीन रघुनाथजी मंदिर, देवप्रयाग का हृदय माने जाते
अलकनंदा और भागीरथी नदियों का संगम स्थल
विक्रम सिंह रिपोर्टर
चमोली (उत्तराखण्ड) – 03,अक्टूबर 2025
देवप्रयाग में घूमने के प्रमुख स्थल अलकनंदा और भागीरथी नदियों का संगम स्थल है, जहाँ आप पवित्र संगम के दर्शन कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, आप पिरामिड के आकार के प्राचीन रघुनाथजी मंदिर, देवप्रयाग का हृदय माने जाने वाले दशरथशिला और चंद्रबदनी मंदिर का भ्रमण कर सकते हैं। इन पवित्र स्थानों के साथ ही देवप्रयाग अपनी प्राकृतिक सुंदरता, झूला पुलों और आस-पास के रोमांचक स्थलों के लिए भी जाना जाता है।
प्रमुख पर्यटन स्थल
संगम
यह देवप्रयाग का सबसे महत्वपूर्ण आकर्षण है, जहाँ अलकनंदा और भागीरथी नदियाँ मिलकर गंगा बनती हैं। यह स्थान आध्यात्मिक शांति और मंत्रमुग्ध कर देने वाले दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है।
रघुनाथजी मंदिर
भगवान राम को समर्पित यह द्रविड़ शैली में निर्मित प्राचीन मंदिर अपनी वास्तुकला और पवित्रता के लिए जाना जाता है।
दशरथशिला
यह एक पहाड़ी है जहाँ माना जाता है कि भगवान राम के पिता राजा दशरथ ने तपस्या की थी।
चंद्रबदनी मंदिर
देवी शक्ति को समर्पित यह मंदिर अपने शांत वातावरण और केदारनाथ व बद्रीनाथ के शानदार दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है।
क्यूंकालेश्वर महादेव मंदिर
यह एक पवित्र शिव मंदिर है, जो देवप्रयाग के दर्शनीय स्थलों में से एक है।
झूला पुल
देवप्रयाग शहर के आसपास नदी के ऊपर बने ये झूला पुल आपको मनोरम दृश्यों का अनुभव कराते हैं और नदी पार करने का एक अनूठा तरीका हैं।
आस-पास के दर्शनीय स्थल
टिहरी बांध
दुनिया के सबसे ऊँचे बाँधों में से एक, टिहरी बांध देवप्रयाग के पास ही स्थित एक इंजीनियरिंग चमत्कार है।
शिवपुरी
एडवेंचर गतिविधियों जैसे रिवर राफ्टिंग और कैंपिंग के शौकीनों के लिए यह एक लोकप्रिय स्थल है।
