बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. राज्य में दो चरणों में वोटिंग होगी—पहला चरण 6 नवंबर और दूसरा चरण 11 नवंबर को, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी. चुनाव आयोग की घोषणा के कुछ ही घंटों के भीतर तेज प्रताप यादव का बयान सामने आया, जिसमें उन्होंने स्पष्ट कहा कि उनकी पार्टी चुनाव मैदान में उतरेगी और उम्मीदवारों की घोषणा प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए की जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने पटना मेट्रो के उद्घाटन और अपने भाई तेजस्वी यादव से जुड़ी हाल की तनातनी पर भी खुलकर बात की.
जनशक्ति जनता दल के संस्थापक और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा, “जनशक्ति जनता दल इस चुनाव का सामना करेगा और लड़ाई को लड़ने का काम करेगा. परसों हम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने उम्मीदवारों की घोषणा करेंगे.” इस बयान के साथ ही यह स्पष्ट हो गया कि वह इस चुनाव में एक स्वतंत्र राजनीतिक खिलाड़ी के रूप में उतरने जा रहे हैं.
तेज प्रताप यादव पहले भी कई बार अपने राजनीतिक तेवरों से चर्चा में रहे हैं. आरजेडी से दूरी बनाते हुए अपनी अलग राजनीतिक पहचान बनाने की कोशिश में लगे तेज प्रताप ने इस ऐलान के साथ बिहार के चुनावी परिदृश्य में एक नया कोण जोड़ दिया है.
बिहार चुनावी चर्चा के बीच तेज प्रताप यादव ने पटना मेट्रो के उद्घाटन को लेकर भी बयान दिया. उन्होंने कहा, “मेट्रो का उद्घाटन हुआ और मीठापुर में जमीन धंस गई. अब देखना होगा ये कैसी मेट्रो है. लोग डर जाएंगे, कोई इसमें चढ़ेगा ही नहीं.
उनका यह बयान न केवल राजनीतिक तंज के रूप में देखा जा रहा है, बल्कि सरकार की तैयारियों और विकास परियोजनाओं पर भी सवाल खड़ा करता है. तेज प्रताप ने जिस तरह उद्घाटन के दिन ही तकनीकी खामियों की ओर इशारा किया, उससे विपक्ष को सरकार पर हमला बोलने का एक और मौका मिल गया है.
