सिंघिया: सरकारी स्कूल में एमडीएम घोटाला उजागर
जांच करने पहुँचे प्रभारी—अध्यापक पर कार्रवाई की अनुशंसा
समस्तीपुर जिले के सिंघिया प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय रामपुरा में मध्यान्ह भोजन (एमडीएम) योजना में बड़े पैमाने पर घोटाले का मामला सामने आया है। आरोप है कि प्रभारी प्रधानाध्यापक बैजनाथ साफी द्वारा लंबे समय से बच्चों को गुणवत्तापूर्ण भोजन नहीं दिया जा रहा था।
मामला तब उजागर हुआ जब आज विद्यालय में मध्यान्ह भोजन नहीं मिला, जिससे बच्चे भूखे ही घर लौट गए। इसकी जानकारी अभिभावकों को हुई तो वे आक्रोशित होकर विद्यालय पहुँचे और हंगामा किया। सूचना मिलते ही प्रखंड एमडीएम प्रभारी लाल बाबू दास विद्यालय पहुँचे और जांच की।
जांच के दौरान उन्होंने बताया कि स्कूल में नियमित रूप से गुणवत्तापूर्ण भोजन नहीं दिया जा रहा था। अंडे की जगह कभी-कभी केला दे दिया जाता था तथा कई दिनों तक एमडीएम पूरी तरह बंद रहता था। बच्चों ने भी पुष्टि की कि मध्यान्ह भोजन अक्सर नहीं मिलता है और शिक्षक पढ़ाई के बजाय मोबाइल देखने में व्यस्त रहते हैं।
जांच के दौरान और भी चौंकाने वाली बात सामने आई—प्रभारी प्रधानाध्यापक बैजनाथ साफी अंग्रेजी में ‘February’ तक सही से नहीं लिख पाए। इससे विद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (BEO) मनोज झा ने बताया कि उक्त प्रधानाध्यापक के विरुद्ध पूर्व में भी कार्रवाई की गई थी और सात दिनों का वेतन काटा गया था, लेकिन सुधार नहीं हुआ। अब उनके निलंबन के लिए वरीय पदाधिकारियों को पत्र भेजा जा चुका है।








