बिहार के जो लोग रोजगार या पढ़ाई के कारण दूसरे राज्यों में रहते हैं, उन्हें त्योहारों के समय घर आने और फिर वापस लौटने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए बिहार राज्य पथ परिवहन निगम ने एक विशेष सेवा शुरू की है, जिससे यात्रियों की यात्रा आसान और सुरक्षित हो सके. दशहरा, दीपावली और छठ जैसे बड़े त्योहारों के मौके पर घर लौटने और त्योहार खत्म होने के बाद वापस जाने वालों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए निगम इसी महीने बस सेवा शुरू करेगा. इन बसों में अधिकतर वातानुकूलित (एसी) सुविधा होगी. यात्रियों के आराम के लिए बसों में चेयर और स्लीपर दोनों विकल्प उपलब्ध रहेंगे. इस सेवा का उद्देश्य है कि त्योहारों के समय यात्रा करने वालों को सुविधा मिले और लंबे इंतजार या भीड़-भाड़ जैसी समस्याओं से बचा जा सके. साथ ही, इससे निजी बसों द्वारा मनमाना किराया वसूलने की समस्या पर भी लगाम लगेगा. इस पहल से दूर में रहने वाले लोगों को समय पर घर पहुंचने और सुरक्षित यात्रा करने का भरोसा मिलेगा
बिहार के विभिन्न जिलों से दिल्ली, रांची, सिलीगुड़ी जैसी जगहों के लिए बसों का संचालन होगा. सीतामढ़ी, शिवहर और मोतिहारी से चलने वाली बसों का मुख्य ठहराव मुजफ्फरपुर होगा. कुल मिलाकर लगभग 38 बसें सेवा में होंगी. पथ परिवहन निगम ने इसके लिए सभी परमिट की प्रक्रिया पूरी कर ली है और संभावना है कि 20 सितंबर से ये बसें चलना शुरू कर देंगी. त्योहारों के समय ट्रेन की टिकट नहीं मिलने पर लोग परेशान हो जाते हैं और निजी बस संचालक मनमाना किराया वसूलते हैं. निगम की बस सेवा शुरू होने के बाद यह समस्या दूर होगी और यात्रियों को सुरक्षित व उचित किराए पर यात्रा करने का मौका मिलेगा.
मुजफ्फरपुर में बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की बसों में अब डिजिटल पेमेंट की सुविधा शुरू कर दी गई है. यात्री अब यूपीआई या डेबिट कार्ड के जरिए बस किराया चुका सकते हैं. इस सुविधा की शुरुआत मंगलवार को पटना रूट की बसों में की गई. कुछ ही दिनों में यह सुविधा अन्य रूटों पर भी लागू कर दी जाएगी. इसके तहत बसों में कंडक्टर के पास ई-टिकटिंग मशीन होगी. कंडक्टर मशीन से टिकट काटेंगे और जो यात्री डिजिटल माध्यम से किराया देना चाहेंगे, उन्हें आसानी से सुविधा मिलेगी.
