समस्तीपुर शहर के मोहनपुर रोड स्थित यूनिटी इमरजेंसी हॉस्पिटल पर गंभीर आरोप लगे हैं। परिजनों का कहना है कि अस्पताल प्रबंधन ने एक महिला मरीज को सामान्य प्रसव के बाद एक सप्ताह तक बंधक बनाकर इलाज के नाम पर अतिरिक्त पैसे की मांग की। मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और अस्पताल से पूरे प्रकरण पर 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट मांगी है।
जानकारी के अनुसार, कर्पूरीग्राम पंचायत के डढ़िया बेलार निवासी मजदूर राजेंद्र पासवान की पत्नी सुमन देवी को 2 सितंबर को प्रसव पीड़ा के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
आरोप है कि सामान्य प्रसव के बावजूद महिला को एक सप्ताह तक नहीं छोड़ा गया और 90 हजार रुपये वसूलने के बाद भी प्रबंधन उसे मुक्त करने को तैयार नहीं था।
परिजनों ने मजबूर होकर स्थानीय विधायक अजलान इस्लाम शाहीन से मदद मांगी। विधायक के हस्तक्षेप और पुलिस की कार्रवाई के बाद महिला को अस्पताल से मुक्त कराकर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस दौरान विधायक ने मौके पर मौजूद डॉक्टर को कड़ी फटकार भी लगाई।
सिविल सर्जन ने अस्पताल प्रबंधन से मरीज की भर्ती पंजी, रजिस्ट्रेशन, बायोमेडिकल वेस्ट निस्तारण की व्यवस्था, चिकित्सकों और कर्मचारियों के नाम-पते सहित सभी प्रमाणपत्र की प्रतियां उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। चेतावनी दी गई है कि यदि रिपोर्ट समय पर नहीं सौंपी गई तो अस्पताल के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
