बिहार सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और स्वरोज़गार की दिशा में प्रोत्साहित करने के लिए महिला रोजगार योजना पोर्टल शुरू किया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इस पहल के तहत पात्र महिलाओं को 10,000 रुपये की आर्थिक सहायता सीधे बैंक खाते में दी जाएगी. इससे महिलाएं छोटे व्यवसाय जैसे सिलाई, दुकानदारी, ब्यूटी पार्लर या कुटीर उद्योग की शुरुआत कर सकेंगी.
योजना शुरू होते ही साइबर अपराधी सक्रिय हो गए हैं. कई जिलों से शिकायतें मिली हैं कि ठग फोन, व्हाट्सएप और एसएमएस के जरिए महिलाओं को फर्जी लिंक भेज रहे हैं. वे खुद को सरकारी अधिकारी या बैंक प्रतिनिधि बताकर आधार नंबर, बैंक खाता विवरण और ओटीपी मांगते हैं. कई मामलों में महिलाओं के खातों से पैसे भी उड़ाए जा चुके हैं.
योजना की निगरानी कर रही जीविका (JEEViKA) की ओर से साफ कहा गया है कि किसी भी कॉल, मैसेज या फर्जी लिंक पर भरोसा न करें. आधिकारिक जानकारी सिर्फ सरकार के पोर्टल पर उपलब्ध है. हर जिले और प्रखंड में कंट्रोल रूम नंबर जारी किए गए हैं. साथ ही साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है.
यह योजना ग्रामीण महिलाओं के लिए नई उम्मीद लेकर आई है. आर्थिक मदद से महिलाएं न केवल रोजगार शुरू कर सकेंगी, बल्कि अपने आत्मविश्वास को भी मजबूत करेंगी. सरकार चाहती है कि लाखों महिलाएं इस योजना से जुड़ें और परिवार की आय में योगदान देकर समाज में अपनी पहचान बना सकें.
