मौसम विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार ‘अवदाब’ के पश्चिम एवं उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने, 26 अक्टूबर तक ‘गहरे अवदाब’ में बदलने और 27 अक्टूबर तक दक्षिण-पश्चिम तथा उससे लगे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक ‘चक्रवाती तूफान’ में तब्दील होने की संभावना है. इसके बाद अगले 48 घंटों में इसके उत्तर-पश्चिम की ओर आंध्र प्रदेश के तट की तरफ बढ़ने की संभावना है.
मौसम विभाग के अनुसार अवदाब के कारण तमिलनाडु के कडलूर, विल्लुपुरम और चेंगलपट्टू जिलों और पुडुचेरी, तटीय आंध्र प्रदेश और रायलासीमा में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है. अगले 24 घंटों के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल क्षेत्र के एक या दो स्थानों पर गरज और बिजली गिरने की आशंका है.
मछुआरों को 27 अक्टूबर तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई
मछुआरों के लिए जारी चेतावनी में मौसम विभाग ने कहा कि कम दबाव के क्षेत्र के कारण तमिलनाडु तट, दक्षिण आंध्र प्रदेश तट, मन्नार की खाड़ी और कोमोरिन क्षेत्र में 35 से 45 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा बहने तथा 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी मौसम रहने की संभावना है. मछुआरों को 25 से 27 अक्टूबर के बीच समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है. इस बीच तटरक्षक बल ने कहा कि उसने समुद्र में मौजूद नाविकों और मछुआरों तक व्यापक पहुंच शुरू कर दी है और मछुआरों से निकटतम बंदरगाह पर लौटने की अपील की है. तटरक्षक बल ने कहा कि समुद्र में भारतीय तटरक्षक बल के जहाज और विमान तथा तटों पर स्थित उसके रडार स्टेशन समुद्र में मछुआरों को सावधानी बरतने के लिए सचेत कर रहे हैं और मछली पकड़ने वाले जहाजों से अनुरोध कर रहे हैं कि वे जल्द से जल्द सुरक्षा के लिए नजदीकी बंदरगाह पर लौट आएं.








