खगड़िया में आशा कार्यकर्ता की गला रेतकर हत्या, घर में खून से लथपथ पड़ी थी लाश
बिहार के खगड़िया जिले के गोगरी थाना क्षेत्र के मुश्कीपुर कोठी में शनिवार देर शाम दिल दहला देने वाली वारदात हुई. अनुमंडलीय अस्पताल में कार्यरत आशा कार्यकर्ता पूनम वर्मा की घर के अंदर गला रेतकर हत्या कर दी गई. शव खून से लथपथ हालत में बरामदे के पास गली में मिला जिससे इलाके में दहशत फैल गई.
आशा कार्यकर्ता की हत्या : पूनम वर्मा गोगरी अनुमंडलीय अस्पताल में आशा कार्यकर्ता के पद पर तैनात थीं. वह अपने घर में ही प्रैक्टिस करती थीं और प्रसव कराती थीं. वारदात के बाद आसपास के लोग और ग्रामीण मौके पर जुट गए और तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं.
स्थानीय लोगों के अनुसार मृतका के पति का निधन दो वर्ष पूर्व हो गया था. इसके बाद वह अपने बेटे के साथ निजी मकान में रह रही थीं. घटना के बाद गोगरी थानाध्यक्ष अजीत कुमार दल-बल के साथ पहुंचे और जांच शुरू कर दी. हालांकि हत्या कैसे और किसने की, इसका खुलासा अब तक नहीं हो पाया है.
बेटे ने देखा खून से लथपथ शव : मृतका के पुत्र रवि शेखर ने बताया कि उनकी मां का मोबाइल कभी बंद नहीं रहता था. लेकिन शनिवार शाम चार बजे फोन करने पर स्विच ऑफ मिला. इसके बाद जब वह नए मकान पर खोजते हुए पहुंचे तो मां का गला कटा शव देखा. उन्होंने बताया कि परिवार की किसी से दुश्मनी नहीं है.
मेरी मां का मोबाइल कभी ऑफ नहीं रहता था. शाम 4 बजे कॉल करने पर ऑफ मिला. नए मकान पर खोजते हुए उसकी खून से लथपथ लाश देखी. समझ नहीं पा रहा हूं कि यह हत्या किसने की.”- रवि शेखर, मृतका के पुत्र
फॉरेंसिक जांच की मांग : परिजन शोभकांत सिंह ने कहा कि हत्या के कारण और आरोपियों का पता लगाने के लिए फॉरेंसिक जांच होनी चाहिए. तभी पोस्टमार्टम कराया जाए. उन्होंने स्पष्ट किया कि परिवार न्याय चाहता है.
जांच में जुटी पुलिस और एफएसएल : गोगरी थानाध्यक्ष अजीत कुमार ने बताया कि शाम पांच बजे सूचना मिली कि मुस्कीपुर कोठी में आशा कार्यकर्ता की हत्या हुई है. पुलिस मौके पर पहुंची और एफएसएल टीम को बुलाया गया. जांच पूरी होने के बाद ही पता चल पाएगा कि हत्या क्यों और किसने की.
“हमें 5 बजे सूचना मिली कि मुस्कीपुर कोठी में आशा कार्यकर्ता की हत्या हुई. हम मौके पर पहुंचे और एफएसएल टीम को बुलाया गया. जांच पूरी होने के बाद ही पता चलेगा कि हत्या क्यों और किसने की.”- अजीत कुमार, गोगरी थानाध्यक्ष
