उपजाऊ भूमि के कारण ‘खाद्य कटोरा’ कहलाता उधमसिंह नगर

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

उपजाऊ भूमि के कारण ‘खाद्य कटोरा’ कहलाता उधमसिंह नगर

विक्रम सिंह रिपोर्टर
उधमसिंह नगर (उत्तराखण्ड) – 04,अक्टूबर 2025
उधम सिंह नगर की मुख्य विशेषताएँ इसकी समृद्ध कृषि, कुमाऊँ पहाड़ियों का प्रवेश द्वार होना, प्रमुख औद्योगिक व औद्योगिक व कृषि शिक्षा केंद्र होना, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व, तथा शांत और सुंदर पर्यटक स्थल हैं। यह उत्तराखंड के तराई क्षेत्र में स्थित है और अपनी उपजाऊ भूमि के कारण ‘खाद्य कटोरा’ कहलाता है, जहाँ चावल, गन्ना, गेहूँ जैसी फसलें प्रचुर मात्रा में होती हैं।

कृषि और अर्थव्यवस्था

उत्तराखंड का खाद्य कटोरा

यहाँ की उपजाऊ भूमि और प्रचुर जल संसाधनों के कारण धान, गेहूँ, गन्ना और विभिन्न प्रकार की सब्जियों की भरपूर पैदावार होती है, जो जिले को राज्य का ‘खाद्य कटोरा’ बनाती है।

औद्योगिक केंद्र

यह कृषि के साथ-साथ एक महत्वपूर्ण औद्योगिक क्षेत्र भी है, जहाँ कई चीनी मिलें और अन्य उद्योग स्थित हैं।

कृषि शिक्षा

जिले में पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय जैसे अग्रणी संस्थान भी हैं, जो कृषि क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।

भूगोल और पर्यटन

कुमाऊँ का प्रवेश द्वार

पहाड़ियों की तलहटी में स्थित होने के कारण, उधम सिंह नगर को ‘कुमाऊँ पहाड़ियों का प्रवेश द्वार’ भी कहा जाता है।

ऐतिहासिक स्थल:

काशीपुर जैसे ऐतिहासिक शहर इस क्षेत्र के समृद्ध अतीत की गवाही देते हैं।

धार्मिक और प्राकृतिक महत्व

नानक मत्ता साहिब गुरुद्वारा एक प्रमुख सिख तीर्थस्थल है। इसके अलावा पूर्णागिरि मंदिर भी एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है।

सांस्कृतिक और सामाजिक पहलू

स्वतंत्रता सेनानी का सम्मान

जिले का नाम महान स्वतंत्रता सेनानी शहीद उधम सिंह के नाम पर रखा गया है।

विविधतापूर्ण संस्कृति

यहाँ विभिन्न संस्कृतियों का संगम देखने को मिलता है और विभिन्न धर्मों के लोग शांतिपूर्वक सह-अस्तित्व में रहते हैं।

अन्य विशेषताएँ

परिवहन

यह ज़िला सड़क और रेल नेटवर्क के माध्यम से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, और पंतनगर में एक हवाई अड्डा भी है।

उपोष्णकटिबंधीय जलवायु

यहाँ उपोष्णकटिबंधीय और उप-आर्द्र जलवायु पाई जाती है, जो कृषि के लिए अनुकूल है।

Kaushal kumar
Author: Kaushal kumar

Leave a Comment