सिंघिया पीएचसी में अल्ट्रासाउंड मशीन बंद, महिलाओं की जेब कट रही खाली
समस्तीपुर जिले के सिंघिया प्रखंड स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) सिंघिया में बिहार सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई अल्ट्रासाउंड मशीन महीनों से बेकार पड़ी है। मशीन चालू न होने से यह अब सिर्फ रूप-रंग की शोभा बनकर रह गई है।
सूत्रों के अनुसार, मशीन आए कई महीने बीत चुके हैं, लेकिन अब तक टेक्नीशियन की प्रतिनियुक्ति नहीं की गई, जिसके कारण मशीन का उपयोग शुरू नहीं हो सका है। समय पर संचालन नहीं होने से मशीन में जंक लगने का भी खतरा उत्पन्न हो गया है।
महिलाओं को उठानी पड़ रही आर्थिक मार
सरकारी अस्पताल में सुविधा उपलब्ध न होने के कारण गर्भवती महिलाओं को मजबूरी में प्राइवेट क्लिनिक में 800 रुपये खर्च कर अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ रहा है।
कई मरीजों ने बताया कि डॉक्टर अल्ट्रासाउंड नहीं भी लिखते, तब भी अस्पताल परिसर में सक्रिय कुछ महिला बिचौलिया कमीशन के लालच में उन्हें प्राइवेट जांच करवाने के लिए दबाव बनाती हैं, जिससे उनकी जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।
बिचौलियों की सक्रियता से मरीज परेशान
स्थानीय लोगों का कहना है कि बिचौलियों की वजह से महिलाओं को अनावश्यक पैसे खर्च करने पड़ते हैं। सरकारी सुविधा उपलब्ध होने के बावजूद उसका लाभ जनता तक नहीं पहुंच पा रहा है।
बुद्धिजीवियों ने की स्वास्थ्य मंत्री से मांग
सिंघिया के कई बुद्धिजीवी एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से मांग की है कि
PHC सिंघिया में जल्द से जल्द अल्ट्रासाउंड टेक्नीशियन की नियुक्ति की जाए,
सरकारी मशीन को चालू किया जाए,
ताकि महिलाओं का आर्थिक शोषण रुके और बिचौलियों का खेल स्थाई रूप से खत्म हो सके।








